सुनी साँझ का सितारा

सुनी साँझ के फलकपर चमका एक सितारा
फारूख चाचा के जन्मदिन का यह सुंदर नज़ारा

चांद और सूरज का जब लुप्त हुआ सहारा
एक सितारे ने बक्षा हमे आशा भरा सहारा

लंबी उम्र हो आपकी नारा है दिलका हमारा
तंदुरस्ती, सुख और शांति पर भी है इशारा

औरोको भी उपलब्ध हो यह धरती का सितारा
करेंगे हरदम याद तुम्हें, यह वादा है हमारा





जब मित्र फारूख वाडिया की सालगिरह पर अनाथ बच्चों को एक शाम सिनेमा और खाने की दावत दी तब उन बच्चों की नज़र से आभार व्यक्त करते हुए भाव में लिखी गईं कुछ पंक्तिया.......

Back